लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि भारत, आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर दृढ़ता से कायम है। उन्होंने आतंकवाद को वैश्विक शांति, स्थिरता और मानवाधिकारों के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए सभी प्रगतिशील देशों से एकजुट होकर इससे निबटने की संयुक्त रणनीति बनाने का आहवान किया।
श्री बिरला ने आज पुर्तगाल के लिस्बन में पुर्तगाल विधानसभा के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान ये बात कही। वे ब्राजील के ब्रासीलिया में 3 से 6 जून तक आयोजित 11वें ब्रिक्स संसदीय मंच में भारत के संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल में हुए आतंकवादी हमले पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस हमले का इरादा भारत की प्रगति और सामाजिक सद्भाव को बाधित करना था। उन्होंने कहा कि, सुरक्षा बलों के साहस, कौशल और बुद्धिमत्ता ने इस दुर्भावनापूर्ण मंसूबें को विफल कर दिया और आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया गया।
श्री बिरला ने कहा कि भारत और पुर्तगाल के बीच 500 वर्ष से भी अधिक पुराने संबंध हैं जो व्यापार और वाणिज्य से कहीं आगे हैं।