आव्रजन और विदेशी नागरिक विधेयक-2025 आज राज्यसभा में चर्चा और पारित कराने के लिए प्रस्तुत किया गया। विधेयक का उद्देश्य आव्रजन कानूनों का आधुनिकीकरण करना है। इसमें केंद्र सरकार को पासपोर्ट, यात्रा दस्तावेज, वीजा और पंजीकरण के संबंध में कुछ शक्तियां प्रदान करने का प्रावधान है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में विधेयक पेश किया। इसे लोकसभा पहले ही पारित कर चुकी है।
चर्चा की शुरुआत में कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी ने आव्रजन और विदेशी नागरिक विधेयक, 2025 का विरोध करते हुए इसमें कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन की मांग की। उन्होंने कहा कि यह विधेयक विदेशियों के मूल और मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है।
भारतीय जनता पार्टी की रेखा शर्मा ने कांग्रेस शासन में अवैध आव्रजन की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत सदैव करुणा की भूमि रहा है और यहां पाकिस्तान, अफगानिस्तान और पड़ोसी देशों के हिंदुओं को शरण दी गई है।
श्रीमती शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने विशेष रूप से बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर अवैध आव्रजन की अनदेखी की और सीमा पर कमजोर सुरक्षा और कडे वीजा नियम न होने के कारण दस लाख लोग अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गए।