गृह मंत्री अमित शाह ने विश्व श्रमिक दिवस पर देश के सभी कामगारों को बधाई दी है। श्री शाह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि विकसित भारत का संकल्प साकार करने के लिये दिन-रात परिश्रम करने वाले श्रमिक लोगों का जीवन सुगम बना रहे हैं तथा अपने कठिन श्रम और समर्पण से अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। कामगारों को राष्ट्र निर्माण का सशक्त स्तंभ बताते हुए श्री शाह ने आश्वास्त किया कि सरकार श्रमिकों के कल्याण और समृद्धि के लिये प्रतिबद्ध है।
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस आज पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। इस दिन का उद्देश्य श्रमिक वर्ग के योगदान को सम्मानित करना और उनके अधिकारों को बढ़ावा देना है। यह दिन दुनिया भर में आर्थिक और सामाजिक अधिकारों को सुरक्षित करने में श्रमिकों के बलिदानों को श्रद्धांजलि देता है। इस दिन को ग्लोबल वर्कर्स डे या मई दिवस भी कहा जाता है।
इस अवसर पर, गृह मंत्री अमित शाह ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में श्री शाह ने कहा कि जो मजदूर दिन-रात मेहनत कर विकसित भारत के निर्माण का संकल्प पूरा कर रहे हैं, वे लोगों का जीवन आसान बना रहे हैं और अपनी मेहनत और समर्पण से अर्थव्यवस्था को तेजी से विकास की और ले जा रहे हैं। श्रमिकों को राष्ट्र निर्माण के मजबूत स्तंभ बताते हुए, गृह मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार सभी श्रमिकों के कल्याण और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।
यह दिन 19वीं सदी के आसपास अमेरिका में एक यूनियन आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था। उस समय, मार्क्सवादी इंटरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस द्वारा एक प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें मांग की गई थी कि श्रमिकों को 8 घंटों से अधिक काम न कराया जाए। तभी से यह दिवस मनाया जाने लगा और 1 मई को श्रमिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में, पहली बार श्रमिक दिवस 1923 में चेन्नई में मनाया गया था, जो हिंदुस्तान श्रमिक किसान पार्टी के नेतृत्व में हुआ था।