विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने वाशिंगटन में अमरीकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई उच्च स्तरीय बैठकें कीं। विदेश सचिव ने अमरीका के उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडौ के साथ दोनों पक्षों के द्विपक्षीय एजेंडे की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी, व्यापार और प्रतिभा 21वीं सदी में भारत-अमरीका साझेदारी को आकार देने वाले प्रमुख स्तंभ होंगे। रक्षा उप सचिव स्टीव फीनबर्ग और नीति उप सचिव एल्ब्रिज कोल्बी के साथ बैठकों में दोनों पक्षों ने एक मजबूत और दूरदर्शी रक्षा साझेदारी के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।
विदेश सचिव ने ट्रेजरी उप सचिव माइकल फॉल्केंडर के साथ आर्थिक और वित्तीय संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा की। इसमें अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में सहयोग और आगामी वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स प्रक्रियाओं में समन्वय शामिल है। उन्होंने अमरीका के वाणिज्य उप सचिव जेफरी केसलर के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते की प्रगति की समीक्षा भी की।
उन्होंने उद्योग प्रतिनिधियों के साथ एक गोलमेज सम्मेलन की भी अध्यक्षता की। इसमें महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। विदेश सचिव का तीन दिन का वाशिंगटन का दौरा बृहस्पतिवार को संपन्न हुआ।