दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए तीन करोड़ 21 लाख रुपये की लागत से पांच क्लाउड-सीडिंग परीक्षण को मंजूरी दी है। यह परीक्षण दो करोड़ 75 लाख रुपये के अनुमानित व्यय के हैं जिसमें प्रत्येक क्लाउड सेटिंग की लागत 55 लाख रुपये है।
पहला परीक्षण इस वर्ष मई और जून के बीच होने की संभावना है और यह मुख्य रूप से दिल्ली के बाहरी इलाकों में लगभग एक सौ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेगा। परीक्षणों के बाद वायु प्रदूषण को कम करने में क्लाउड सीडिंग की प्रभावशीलता और पर्यावरणीय प्रभाव का वैज्ञानिक मूल्यांकन किया जाएगा।
क्लाउड सीडिंग एक वैज्ञानिक मौसम संशोधन तकनीक है जिसमें वर्षा कराने के लिए नमी वाले बादलों में सिल्वर आयोडाइड जैसे तत्वों का छिडकाव किया जाता है।
इस परियोजना को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर-आईआईटी द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा, जो क्लाउड सीडिंग के लिए विमानों की तैनाती, रासायनिक तत्वों का बादलों में छिडकाव, वैज्ञानिक मॉडलिंग और परिचालन संबंधी अन्य मामलों की देखरेख करेगा।