भारतीय मानक ब्यूरो आयुष क्षेत्र में मानकीकरण के लिए एक विभाग स्थापित करेगा। उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने कहा है कि नया विभाग आयुष उत्पादों और पद्धतियों की सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। मानकीकरण की इस प्रक्रिया में आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणालियों को शामिल किया जाएगा।
आयुष के लिए मानकीकरण गतिविधि की प्रक्रिया और संरचना के बारे में बताते हुए भारतीय मानक ब्यूरो के महानिदेशक प्रमोद कुमार ने कहा कि जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में, आयुष विभाग ने सात अनुभागीय समितियों का गठन किया है। उन्होंने कहा कि ये समितियां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों के अनुरूप व्यापक, साक्ष्य-आधारित मानकों को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर काम करेंगी।