बलूच लिबरेशन आर्मी-बीएलए ने बलूचिस्तान के कलात जिले के मोंगोचर इलाके में एक बड़ा हमला कर क्वेटा-कराची राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-25 अवरुद्ध कर दिया है। बीएलए ने कई सरकारी इमारतों में आग भी लगा दी है।
बीएलए के फतह स्क्वाड ने दावा किया है कि उसके सशस्त्र आतंकवादियों ने इस हमले के दौरान गाडियों की आवाजाही रोक दी और बसों तथा निजी वाहनों की तलाशी ली। इसके बाद आतंकवादियों ने एनएडीआरए न्यायिक परिसर और नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान सहित कई प्रमुख सरकारी कार्यालयों पर कब्जा कर लिया और आग लगा दी। बीएलए ने इस छापे को अपनी “आजादी के संघर्ष” का हिस्सा बताया। बाद में सुरक्षा बलों ने यातायात बहाल किया और जवाबी कार्रवाई शुरू की।
एक और घटना में, बीएलए आतंकवादियों ने गडानी जेल से क्वेटा कैदियों को ले जा रही एक पुलिस वैन को रोक लिया । उन्होंने 10 से अधिक कैदियों को रिहा करा लिया और पांच पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया। वैन ड्राइवर और सादे कपड़ों में दो अधिकारियों को बाद में रिहा कर दिया गया।
इस बीच, बलूच नेशनल मूवमेंट-बीएनएम ने डेनमार्क के शहर उट्रेक्ट में एक विरोध प्रदर्शन और एक फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया, जिसमें नीदरलैंड और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से बलूच लोगों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किए गए गंभीर अत्याचारों की सार्वजनिक रूप से निंदा करने का आग्रह किया गया।
बी एन एम के नीदरलैंड चैप्टर के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य बलूच लोगों की आवाज़ को बुलंद करना और पाकिस्तान में जारी मानवाधिकार उल्लंघनों की ओर ध्यान आकर्षित करना था।
इसमें पाकिस्तान के विवादास्पद “मार डालो और फेंको” नीति, जबरन गायब करना और बलूचिस्तान में जातीय तथा राजनीतिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ शोषण शामिल है।