प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल शाम पोर्ट ऑफ स्पेन के प्रतिष्ठित रेड हाउस में त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ व्यापक वार्ता की। वार्ता के बाद दोनों देशों ने बुनियादी ढांचे और फार्मास्यूटिकल्स सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
सोशल मीडिया पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि दोनों देश आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ करने और आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन, रक्षा, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और कृषि अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने आतंकवाद से निपटने की वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। श्री मोदी ने भारत-कैरिकॉम संबंधों और ग्लोबल साउथ की आवाज को आगे बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री मोदी ने पोर्ट ऑफ स्पेन में राष्ट्रपति भवन में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि श्री मोदी ने वैश्विक दक्षिण साझेदारी को मजबूत करने के लिए कैरेबियाई राष्ट्र और कैरीकॉम के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री मोदी ने पोर्ट ऑफ स्पेन में त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस ऐतिहासिक संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि विकासशील देशों की आवाज़ हाशिये पर है और भारत अपने सहयोगियों के साथ मिलकर वैश्विक दक्षिण को उच्च मंच पर उसका उचित स्थान दिलाने के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा कि भारत जी-20 की अपनी अध्यक्षता के दौरान वैश्विक दक्षिण की चिंताओं को वैश्विक निर्णय लेने के केंद्र में लाया। वैश्विक शासन में सुधार का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पुरानी संस्थाएँ शांति और प्रगति लाने के लिए संघर्ष कर रही हैं जबकि उसी समय वैश्विक दक्षिण उभर रहा है। उन्होंने कहा कि वे एक नई और अधिक निष्पक्ष विश्व व्यवस्था देखना चाहते हैं। उन्होंने वैश्विक समुदाय से आतंकवाद से लड़ाई को मजबूत करने का भी आह्वान किया, जो शांतिप्रिय समाज के लिए गंभीर खतरा है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए लोकतंत्र सिर्फ एक राजनीतिक प्रणाली नहीं बल्कि जीवन का तरीका है। श्री मोदी ने लोकतंत्र को साझा मूल्य के रूप में सराहा और देश की भारतीय मूल की महिला नेताओं की प्रशंसा की। श्री मोदी ने प्रतीकात्मकता और ऐतिहासिक संदर्भों से समृद्ध, त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद की ऐतिहासिक सीट प्रतिष्ठित रेड हाउस से सदन को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश औपनिवेशिक दौर के बाद की यात्रा और लोकतांत्रिक आदर्शों के लिए प्रतिबद्धता से एकजुट होकर ताकतवर स्तंभ बने हैं।