संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख आर्थिक रिपोर्ट में वर्ष 2024 में 6.9 प्रतिशत के अनुमानित वृद्धि दर के बाद 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.6 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया गया है जो मुख्यत: निजी खपत और निवेश से संचालित है।
कल जारी संयुक्त राष्ट्र की विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएं 2025 रिपोर्ट में भारत के सेवा क्षेत्र और कुछ विशेष निर्मित वस्तुओं में निर्यात वृद्धि को उसकी आर्थिक गतिविधियों का प्रमुख कारण बताया गया है।
इसके विपरीत चीन की अर्थव्यवस्था में वर्ष 2025 में 4.8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का अनुमान है जबकि 2024 में अनुमानित वृद्धि 4.9 प्रतिशत थी।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में वर्ष 2025 में वैश्विक वृद्धि दर 2.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो 2024 से अपरिवर्तित है।
रिपोर्ट की प्रस्तावना में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने 2025 के लिए वैश्विक सहयोग का आह्ववान करते हुए समृद्ध और संवहनीय भविष्य की दिशा में बढ़ने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।