11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के तहत आज चम्पावत जिले में 36वीं वाहिनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, लोहाघाट के प्रांगण में “हरित योग” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉमन योगा प्रोटोकॉल के अभ्यास के रूप में आयोजित “हरित योग” कार्यक्रम में बल के जवानों को योग शपथ दिलाई गई। इसके बाद योग अभ्यास सत्र में योग प्रशिक्षकों ने विभिन्न योग आसनों और मुद्राओं का अभ्यास कराया।
इस अवसर पर 36वीं वाहिनी के कमांडेंट संजय कुमार ने जवानों को योग को अपनी दिनचर्या में अपनाने की प्रेरणा दी। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. आनंद सिंह गुसाईं ने पर्यावरण संरक्षण को एक नागरिक कर्तव्य बताया और सभी से प्लास्टिक का न्यूनतम उपयोग करने का आग्रह किया। हरित योग, केंद्रीय आयुष मंत्रालय की एक पर्यावरणीय पहल है, जिसका उद्देश्य योग के माध्यम से व्यक्तिगत स्वास्थ्य और पर्यावरणीय संतुलन के बीच सामंजस्य स्थापित करना है। यह पहल वृक्षारोपण और पर्यावरण हितैषी गतिविधियों को प्रोत्साहित करती है, जिससे योग न केवल स्वास्थ्य का, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का भी माध्यम बन सके।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के तहत रुद्रप्रयाग जिले के कार्तिक स्वामी मंदिर परिसर में भी आज हरित योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर योग अनुदेशकों ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए योग को जीवन शैली का अभिन्न अंग बनाने का आह्वान किया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया। हरित योग कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, स्कूली छात्र-छात्राओं और पर्यटकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। योग सत्र के बाद प्रतिभागियों ने मंदिर प्रांगण और आस-पास के क्षेत्रों में वृ़क्षारोपण भी किया।