हिमाचल प्रदेश में कल रात तीन स्थानों पर मूसलाधार वर्षा और बादल फटने से भारी नुकसान की खबर है। बादल फटने और तेज वर्षा से आई बाढ़ के कारण 41 लोग लापता हैं। शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के झाखड़ी क्षेत्र में हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास समेज खड्ड में आधी रात को बादल फटने से तबाही मच गई। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया है कि बादल फटने से 36 लोग लापता है। उन्होंने बताया कि रामपुर उपखंड प्रशासन ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और होम गार्ड की टीमों के साथ बचाव अभियान शुरू कर दिया है। उपजिलाधिकारी निशांत तोमर घटना स्थल पर बचाव प्रयासों की निगरानी कर रहे हैं।
मंडी जिले की चौहार घाटी में तेज वर्षा के कारण बाढ़ आ गई, जिससे टिक्कन थल्थु खोड़ में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। बाढ़ के कारण पांच लोग लापता है। मंडी के जिलाधिकारी अपूर्व देवगन राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने प्रभावित पाढर ब्लॉक के सभी शैक्षणिक संस्थानों को आज बंद रखने का आदेश दिया है। करसोग उपमंडल के सभी शिक्षण संस्थान और आंगनवाड़ी केंद्र भी आज बंद रहेंगे।
पंडोह बांध में ब्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बांध से अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने आसपास के इलाकों को सतर्क रहने को कहा है। कुल्लू जिले के मलाणा में पावर प्रोजेक्ट-1 का बांध टूट गया है, जिससे भारी नुकसान हुआ है। भुंतर और आसपास के इलाकों में पार्वती नदी में भारी बाढ़ के कारण अलर्ट जारी कर दिया गया है। मणिकर्ण घाटी में उफनती नदी के कारण सब्जी मंडी की चार मंजिला इमारत बह गई है। कुल्लू जिले के बागीपुल में भी बाढ़ से कई घर बह गए। तेज वर्षा के कारण निरमंड में सभी शिक्षण संस्थान आज बंद रहेंगे। भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग भी रायसन और क्लाथ के पास बंद है।
इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में आपात बैठक बुलाई है।