उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज इस बात पर जोर दिया कि तीन डी– डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी तीन प्रमुख स्तंभ हैं जो नए भारत की आत्मा को परिभाषित करते हैं। मुंबई में अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान के दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति ने कहा कि ये स्तंभ भारत की पहचान और उसकी आकांक्षाओं का सार तत्व समेटे हुए हैं।
सशस्त्र बलों के ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने एक मजबूत वैश्विक संदेश दिया है कि हम अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आगामी जनगणना में जाति-आधारित गणना को शामिल करने के भारत सरकार के हाल के फैसले पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह कदम आकांक्षाओं को पूरा करने, समानता को बढ़ावा देने और सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।