बारिश के मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश की स्थिति में बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बेमेतरा जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अमृत रोहडेलकर ने बताया कि झाड़-फूंक द्वारा सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान नहीं बचाई जा सकती है। अंधविश्वास के कारण ग्रामीण संर्पदंश के मामलों में झाड़-फूंक में समय नष्ट कर मरणासन्न स्थिति में पीड़ितों को चिकित्सालय लाते हैं जिस कारण उनका जीवन बचाने में चिकित्सक भी असफल रहते हैं। उन्होंने बताया कि बेमेतरा जिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्पदंश के निःशुल्क इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में एण्टी स्नेक वेनम उपलब्ध हैं।
Site Admin | जुलाई 4, 2025 7:43 अपराह्न
स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश की स्थिति में बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए
