वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद कूटनीतिक पहल के तहत सात संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने वैश्विक मंच पर भारत की आवाज को सर्वसम्मति से प्रतिध्वनित किया है।
पटना में संवाददाताओं से बात करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि इस कूटनीतिक पहल के माध्यम से भारत आतंकवाद और अपने नागरिकों को आतंकवाद से बचाने के अपने अधिकार को वैश्विक मंचों पर व्यक्त करने में सक्षम हुआ है।
श्री प्रसाद ने कहा कि बैठकों के दौरान विभिन्न देशों के विदेशी नेताओं, थिंक टैंकों और अन्य लोगों ने एक स्वर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के समक्ष पहलगाम हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खतरों के बारे में देश की आवाज को वैश्विक समुदाय के समक्ष उठाने और इस तथ्य को स्थापित करने में सफल रहा कि आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान है।
उन्होंने कहा कि सांसदों के सात प्रतिनिधियों में से केवल दो भाजपा से थे जबकि अन्य सभी कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी, डीएमके तथा जे.डी यू दल से थे।