भारतीय जनता पार्टी के सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने बर्लिन में जर्मन सरकार, संसद और नीति निर्माताओं के वरिष्ठ प्रतिनिधियों से मुलाकात की और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति तथा सीमापार के आतंकवाद से निपटने की उसकी रणनीति से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के अधिकारियों को ऑपरेशन सिंदूर की भी जनकारी दी, जिसमें भारत ने आतंकवादी हमलों के जवाब में मजबूत, सटीक और लक्षित कार्रवाई की थी।
प्रतिनिधिमंडल ने जर्मन संसद में विदेश नीति और विदेशी मामलों पर सक्रिय रहने वाले सदस्यों से भी बातचीत की। इनमें प्रमुख चिंतक कोनराड एडेननौएर भी शामिल थे। दिनभर के कार्यक्रमों के समापन पर प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख जर्मन चिंतकों और प्रसिद्ध व्यक्तियों से जर्मनी में भारतीय राजदूत द्वारा दिए गए भोज के अवसर पर भी संवाद किया। प्रतिनिधिमंडल ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद की आड़ में परमाणु हमले की धमकी देने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने भविष्य में सीमापार आतंकवाद के प्रति भारत की रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया।
जर्मनी के प्रतिनिधियों ने भारत के रूख के प्रति समर्थन जताया और कहा कि आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एकसाथ आने की तत्काल आवश्यकता है। दोनों पक्षों ने रक्षा, सुरक्षा और आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष में भारत-जर्मनी के सहयोग पर भी चर्चा की।