वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने भारत के महत्वकांक्षी डीप ओशन मिशन के लिए छह सौ करोड रुपये का प्रावधान किया है। इस आबंटन से समुद्रयान मिशन के अंतर्गत समुद्र में खोजबीन के लिए वैज्ञानिकों को विशेषरूप से तैयार पनडुब्बी में भेजने के कार्यक्रम में तेजी आयेगी । यह मिशन समुद्र की गहराई से संबंधित मानचित्र और संबंधित प्रौद्योगिकी को विकसित करेगा। इससे समुद्र में छह हजार मीटर तक की गहराई को नापने के लिए पनडुब्बी में वैज्ञानिक भेजे जाएंगे।
चेन्नई स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलॉजी – एनआईओटी यानी राष्ट्रीय सागरीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने इस पनडुब्बी को तैयार किया है और इस वर्ष इसे पहले 500 मीटर गहराई तक भेजा जायेगा और वैज्ञानिक समुद्र में खोजबीन करेंगे । बाद में अगले वर्ष इस पनडुब्बी को 6000 मीटर की गहराई तक भेजने का प्रयास किया जायेगा।
वित्त मंत्री ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की पहल मिशन मौसम के लिये एक हजार तीन सौ 29 करोड रुपये का प्रावधान किया है। इसे मौसम का सटीक अनुमान व्यक्त करने में मदद मिलेगी।