वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि भारत विदेशी बैंकों के लिए विकास के बेहतर अवसर प्रदान कर रहा है और सरकार बैंकिंग क्षेत्र में विदेशी निवेश को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित कर रही है।
लंदन में भारत-ब्रिटेन निवेशक गोलमेज चर्चा को संबोधित करते हुए, वित्तमंत्री ने नीतिगत समर्थन सहित सतत आर्थिक विकास और निवेश के अवसरों को बेहतर बनाने के लिए सरकार की प्राथमिकताओं को रेखांकित किया।
उन्होंने अनुपालन बोझ को कम करने तथा व्यापार और निवेश के लिए विनियमन को आसान बनाने के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में बताया।
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत वर्ष 2032 तक छठा सबसे बड़ा बीमा बाजार बनने के लिए तैयार है, जिसमें वर्ष 2024 से 2028 तक सात दशमलव एक प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर की अपेक्षित वृद्धि होगी।
यह वृद्धि जी-ट्वेंटी देशों में सबसे तेजी से बढ़ते बीमा बाजारों में से एक है। वित्त मंत्री ने कहा कि घरेलू यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या के मामले में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर है।