वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर पश्चिम बंगाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले में 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस सिलसिले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या एक सौ पचास हो गई है। मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में आज कहीं से भी हिंसा की किसी नई घटना की खबर नहीं है। सुरक्षा बल स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। जिले के सुती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुर इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है।
मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा से प्रभावित सैकड़ों लोगों ने भागीरथी नदी पार कर निकटवर्ती मालदा में शरण ली है। स्थानीय प्रशासन ने हिंसा प्रभावित परिवारों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की है और उन्हें स्कूलों में शरण दी गई है। नौकाओं से वहां पहुंच रहे लोगों की सहायता के लिए स्वयंसेवी भी तैनात किए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार कल मुर्शिदाबाद गए और जिले के विभिन्न ब्लॉकों का दौरा कर जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन किया। उन्होंने बीएसएफ के साथ बैठक भी की। इसके बाद केंद्रीय बलों ने जिले के प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया।
बीएसएफ को तैनात करने का फैसला कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद लिया गया है। राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने न्यायालय के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अपनी चिंता केंद्र सरकार के साथ साझा की।
भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर वक्फ विरोधी प्रदर्शनों के कारण भड़की हिंसा के बीच मुर्शिदाबाद और तीन अन्य जिलों में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम-अफस्पा लगाने की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि सभी को शांति से रहने का अधिकार है।