रिजर्व बैंक ने अर्थशास्त्र, बैंकिंग और वित्तीय विषयों पर मूल रूप से हिंदी में पुस्तकें लिखने की योजना शुरू की है, ताकि इन विषयों पर हिंदी लेखनी और शोध को प्रोत्साहन मिल सके।
इस योजना के अंतर्गत, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के सहायक और एसोसिएट प्रोफेसरों सहित कार्यरत या सेवानिवृत्त प्रोफेसर इन विषयों पर पुस्तकें लिख सकते हैं। इसके लिए एक लाख पच्चीस हजार रुपये के तीन पुरस्कार दिए जाएंगे।
रिजर्व बैंक ने इच्छुक प्रतिभागियों को 30 जून तक निर्धारित प्रारूप में अपने नामांकन और अपनी पुस्तकों की प्रतियां जमा करने के लिए आमंत्रित किया है। विस्तृत जानकारी रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध है।