राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय न केवल भारत बल्कि विदेशों की विभिन्न संस्कृतियों का संगम है। यहां विद्यार्थियों और शिक्षकों में भारत की विविधता दिखाई देती है। ऐसे संस्थान हमारे देश की जीवंत और समृद्ध संस्कृति के प्रतिनिधि संस्थान हैं। बठिंडा में आज विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। निकटवर्ती तलवंडी साबो में स्थापित तख्त श्री दमदमा साहिब का उल्लेख करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया के एक बहुत ही पवित्र तीर्थ स्थल की आध्यात्मिक ऊर्जा यहां मौजूद है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को गुरु गोबिंद सिंह जी ने ‘गुरु की काशी’ का पवित्र नाम दिया था। साथ ही यह भूमि वीरता और आध्यात्मिक स्थिरता का संगम भी है। उन्होंने पवित्र भूमि को नमन करते हुए कहा कि यह यहां पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए गर्व की बात है।
दीक्षांत समारोह में 1031 स्नात्कोत्तर डिग्री और 8 पीएचडी डिग्री तथा 43 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये।