रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बलों की अधुनिकीकरण प्रकिया को तेज करने के लिए हथियारों की खरीद जल्दी करने के कई उपाय शुरू किए हैं। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इस पहल से लगभग 69 सप्ताह की बचत होगी और मौजूदा जरूरतों के अनुरूप 2020 नियमों को संशोधित किया जा रहा है। कल नई दिल्ली में रक्षा कॉनक्लेव में उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने रक्षा सामग्री की खरीद में लगने वाले समय को पहले ही कम कर दिया है।
श्री सिंह ने कहा कि रक्षा सामग्री की खरीद के लिए पारंपरिक तौर तरीकों को बदलने और अधिक प्रतिस्पर्धी कीमत मॉडल को अपनाने की आवश्यकता है ताकि सार्वजनिक और निजी-दोनों क्षेत्र प्रतिस्पर्धा कर सकें। रक्षा सचिव ने यह भी कहा कि पोत निर्माण और उन्नत मध्यम युद्धक विमान परियोजना के लिए इस दृष्टिकोण पर पहले से ही अमल किया जा रहा है।
सरकार ने रडार को चकमा दे सकने वाले पांचवीं पीढ़ी के स्वदेशी युद्धक विमान के विकास के लिए वर्ष 27 मई को इस योजना की शुरुआत की थी। रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2025 को सैन्य सुधार वर्ष घोषित किया है। ताकि सेना में आधुनिक तकनीक का समावेश हो सके और सेना नई चुनौतियों के लिए तैयार रहे सके।