केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज कहा कि यह समय भारत की सांस्कृतिक रचनात्मक अर्थव्यवस्था के उदय का है, जिसे ऑरेंज इकॉनमी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि ऑरेंज इकॉनमी तीन स्तंभों – विषय-वस्तु, रचनात्मकता और संस्कृति पर आधारित है। श्री शेखावत ने यह बात मुंबई में विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन – वेव्स को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने यह भी बताया कि शिखर सम्मेलन के तीसरे दिन संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा 700 कलाकारों की एक अनूठी सांस्कृतिक प्रस्तुति भी होगी।