महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों में भारी तबाही देखने को मिली है, क्योंकि लगातार बारिश ने आठ लोगों की जान ले ली और कई जिलों में कहर बरपाया। पुणे में तीन, जालना में दो और मुंबई, रायगढ़ और अहिल्यानगर में एक-एक मौत की खबर है। इनमें बिजली गिरने और दीवार गिरने से लेकर पेड़ गिरने और डूबने की घटनाएं शामिल हैं। दो लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने प्रशासन को मृतकों के परिवारों को तत्काल अनुग्रह राशि देने और मौजूदा आपदा राहत मानदंडों के अंतर्गत फसल नुकसान के खिलाफ भी निर्देश दिया। कैबिनेट बैठक में कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फसलों, घरों और बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का तत्काल आकलन करने का निर्देश दिया।
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बारिश जारी है, जबकि कुछ क्षेत्रों में यह कम हो गई है। लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के बाद मुंबई और इसके आस-पास के इलाकों में आज सुबह से आंशिक रूप से साफ़ आकाश देखा जा रहा है।
लातूर में तीन दिनों में औसतन 206.5 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि अहिल्यानगर में 201.2 मिली मीटर बारिश हुई। बाढ़ से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अहिल्यानगर में उफनती वालुम्बा नदी के पास फंसे 15 निवासियों को स्थानीय आपदा टीमों द्वारा बचाया गया।