बारह कट्टर नक्सलियों ने कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में गढ़चिरौली जिले में सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन पर एक करोड़ रुपए से अधिक का ईनाम था। मुख्यमंत्री ने उन्हें संविधान की एक प्रति भेंट की। श्री फडणवीस ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित जिले के सुदूर कवांडे गांव का दौरा किया। किसी मुख्यमंत्री की इस सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र की यह पहली यात्रा है।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि हथियार डालने वाले लोग मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं और देश और संविधान के प्रति वफादार होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों में राज्य में 28 माओवादी मारे गए, 31 गिरफ्तार हुए और 44 ने आत्मसमर्पण किया, जो कि एक रिकॉर्ड है। अगले वर्ष मार्च तक नक्सलवाद को खत्म करने का दावा करते हुए श्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में बहुत कम सक्रिय नक्सली बचे हैं।
उन्होंने कहा कि यह शेष नक्सलियों के लिए एक संदेश है कि वे आत्मसमर्पण करें या कार्रवाई का सामना करें। उन्होंने कहा कि नक्सलियों को या तो गिरफ्तार किया जाएगा या उन्हें निष्क्रिय बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने पर सरकारी नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। श्री फडणवीस 13 पूर्व नक्सलियों के सामूहिक विवाह में भी शामिल हुए।