महाराष्ट्र में आषाढ़ी शुद्ध एकादशी के अवसर पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पंढरपुर में भगवान विट्ठल और रुक्मिणी की पूजा की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि ‘वारी’ परंपरा वास्तव में भागवत धर्म की भावना को मूर्त रूप देती है, जहां हर व्यक्ति दूसरों में भगवान पांडुरंग को देखता है।
उन्होंने कहा कि ऐसी आध्यात्मिक और समावेशी परंपरा दुनिया में कहीं भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धेय ‘वारकरियों’ को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ‘निर्मल वारी’ पहल की भी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने चुनिंदा दिंडियों को ‘श्री विट्ठल निर्मल दिंडी’ पुरस्कार से सम्मानित भी किया।