भारत ने पाकिस्तान द्वारा इस्लामी देशों के संगठन-ओआईसी के दुरुपयोग की भर्त्सना की है। आज शाम नई दिल्ली में मीडिया को इस बारे में जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि ये पाकिस्तान का पुराना तरीका है और भारत इसके खिलाफ हमेशा आवाज बुलन्द करता रहा है तथा इस बारे में ओआईसी के मित्रों तथा को अवगत कराता रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ओआईसी में इसी प्रकार के छलकपट करता रहा है और यह बात इस संगठन के मित्रों तथा सदस्य देशों को भलीभांति मालूम है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपने विचारों से संगठन के सदस्य देशों को अवगत कराता रहेगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में विदेश सचिव ने कहा कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर विचार-विमर्श जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे के समधान के संदर्भ में द्विपक्षीय वार्ता की आवश्यकता पर बल दिया है। भारत का विचार है कि द्विपक्षीय वार्ता से ही इस समस्या का समाधान निकलेगा। भारत को इस बात की प्रसन्नता है कि इस दिशा में कुछ किया जा रहा है और सउदी अरब जैसा एक सहयोगी देश फिर इस मामले में सक्रिय हो गया हैं।