भारत के पहले पानी के नीचे संग्रहालय और कृत्रिम मूंगा चट्टान को महाराष्ट्र के सिंधुर्गुर्ग जिले के वेंगुर्ला में निवेटी रॉक्स के पास आईएनएस गुलदार के आसपास विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा समर्थित इस परियोजना का उद्देश्य स्कूबा डाइविंग और भविष्य के पनडुब्बी पर्यटन और समुद्री संरक्षण को बढ़ावा देना है।
पर्यटन मंत्रालय ने परियोजना के लिए करीब 47 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है।