भारत का बुनियादी ढांचा उत्पादन इस वर्ष मार्च में वार्षिक आधार पर तीन दशमलव आठ प्रतिशत बढ़ा। पिछले महीने सीमेंट, उर्वरक, इस्पात, बिजली, कोयला और रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन सकारात्मक वृद्धि के साथ दर्ज किया गया।
वित्तीय वर्ष 2025 के दौरान आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में चार दशमलव चार प्रतिशत रही।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, सीमेंट उत्पादन में 11 दशमलव छह प्रतिशत की वृद्धि हुई, उर्वरकों में आठ दशमलव आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, इस्पात उत्पादन में सात दशमलव एक प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, बिजली उत्पादन में छह दशमलव दो प्रतिशत की वृद्धि हुई, कोयला उत्पादन में एक दशमलव छह प्रतिशत की वृद्धि हुई और पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों में मामूली रूप से शून्य दशमलव दो प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
वहीं दूसरी ओर, प्राकृतिक गैस का उत्पादन पिछले वर्ष के समान महीने की तुलना में 12 दशमलव सात प्रतिशत घटा और कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) का उत्पादन मार्च 2025 में एक दशमलव नौ प्रतिशत गिर गया।
आठ प्रमुख उद्योग उन वस्तुओं के भार का 40 दशमलव 27 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं, जो औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में शामिल हैं।