वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और यूरोपीय व्यापार और आर्थिक सुरक्षा आयुक्त मारोस शेफकोविक ने 2025 के अंत तक भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता-एफटीए संपन्न करने के अपने साझा संकल्प को फिर से दोहराया है। कल बेल्जियम के ब्रसेल्स में हुई एक बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने वैश्विक व्यापार चुनौतियों को हल करने के लिए विचार विमर्श किया।
श्री गोयल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि बैठक में व्यवसायों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाने, विश्वसनीय और विविध आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ावा देने और दोनों अर्थव्यवस्थाओं को गति देने के लिए साझेदारी को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उन्होंने कहा कि चर्चाओं में नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ भविष्य में कई समझौतों को आकार देने में निवेश और गतिशीलता की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया। दोनों पक्षों ने इस महीने की 12 से 16 तारीख तक नई दिल्ली में होने वाली अगली बैठक में लंबित मुद्दों को हल करने की बात को दोहराया।
इस बैठक में भारत ने जोर देकर कहा कि व्यापार वार्ता में सार्थक प्रगति के लिए टैरिफ चर्चाओं के साथ-साथ गैर-टैरिफ बाधाओं पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। दोनों पक्षों का मानना है कि यह समझौता भविष्य में भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी के परिवर्तनकारी स्तंभ के रूप में उभरेगा। यह समझौता बाजार पहुंच को बढ़ाएगा, नियामक सहयोग का समर्थन करेगा और दोनों पक्षों में नवाचार और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा।
भारत को “विश्व मित्र” के रूप में उभरने, विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों को साथ लेकर चलने, भारत-यूरोपीय संघ एफटीए को विविध उत्पादन नेटवर्क को बढ़ावा देने और निष्पक्ष व्यापार सिद्धांतों को बनाए रखने के साधन के रूप में देखा जाता है। यह संवाद राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक आकांक्षाओं के साथ भविष्य के लिए तैयार ढांचे को आकार देने के अपने व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाता है।