भारतीय महाकाव्यों के ज्ञाता और मराठी साहित्य के प्रख्यात विद्वान और लेखक दाजी पणशीकर का महाराष्ट्र के ठाणे में निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। महाभारत, एकनाथी भागवत और भावार्थ रामायण जैसे ग्रंथों की विद्वतापूर्ण व्याख्या के लिए पणशीकर का सम्मान किया जाता है।
उनका अंतिम संस्कार आज जवाहर बाग श्मशान घाट पर किया जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारतीय संस्कृति और संत साहित्य परंपरा की एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया।