बिहार ने दुग्ध सहकारी समितियों की तर्ज पर गठित सहकारी विपणन संघ द्वारा उत्पादित हरी सब्जियों का निर्यात शुरू कर दिया है। कल वाराणसी के रास्ते एक हजार पांच सौ किलोग्राम हरी सब्जियों की पहली खेप दुबई भेजी गई।
सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने इस खेप को दुबई के लुलु मॉल के लिए रवाना किया। सहकारिता के माध्यम से सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के सहकारिता विभाग ने बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण और विपणन सहकारी संघ लिमिटेड का गठन किया है।
यह संघ तिरहुत, मगध, वैशाली और चंपारण क्षेत्रों के सब्जी उत्पादक समूह चलाता है, जो पहले से ही विभिन्न डेयरी समूहों के माध्यम से दूध का उत्पादन कर रहे हैं। सहकारिता विभाग के मंत्री डॉ कुमार ने कहा कि किसानों को घरेलू बाजार की तुलना में दुबई में सब्जियों की 20 गुना से अधिक कीमत मिलेगी।
डॉ. कुमार ने कहा कि सब्जियों की अगली खेप सिंगापुर भेजी जाएगी। बिहार में हरी सब्जियों का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है और इसका लाभ उठाने के लिए राज्य सरकार ने कॉम्फेड मिल्क पार्लर के अलावा तरकारी आउटलेट के रूप में मार्केटिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
534 तरकारी खुदरा दुकानें खोलने की योजना है। मंत्री ने कहा कि अब तक 200 दुकानें खोलने के लिए भूखंड चिह्नित कर लिए गए हैं और इसके लिए राशि भी जारी कर दी गई है। राज्य सरकार डेयरी मॉडल और दूध उत्पादन के मॉडल और सफलता को सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में दोहराना चाहती है।