चमोली जिले में स्थित भू-बैकुंठ बद्रीनाथ धाम के कपाट आज प्रातः छह बजे वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए। इसके साथ ही प्रदेश के चारों धाम- केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ, अब दर्शन के लिये खुल चुके हैं।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के शुभ अवसर पर मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था। जैसे ही कपाट खुले, “जय बद्री विशाल” के उद्घोष से बद्रीनाथ की घाटी गूंज उठी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
इस वर्ष बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। सुरक्षा, स्वास्थ्य, ठहरने और ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़ी तैयारियों को और बेहतर किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए साफ-सफाई, पेयजल, मोबाइल टॉयलेट और स्वास्थ्य जांच शिविरों की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही धाम तक पहुंचने वाले मार्गों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए गए हैं और पुलिस व होमगार्ड की तैनाती बढ़ाई गई है।
जिला प्रशासन की ओर से यातायात, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन का प्रयास है कि किसी भी श्रद्धालु को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
धार्मिक आस्था, प्राकृतिक सौंदर्य और भव्य आयोजन के इस संगम ने एक बार फिर बद्रीनाथ धाम को दिव्यता और भक्ति के रंगों से सराबोर कर दिया है। राज्य सरकार ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पूर्व पंजीकरण कर यात्रा पर आएंँ और स्थानीय दिशा-निर्देशों का पालन करें, जिससे यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित बन सके।