फिच रेटिंग्स ने स्थिर दृष्टिकोण के साथ भारत की ऋण रेटिंग को ट्रिपल-बी पर बनाये रखा है
फिच रेटिंग्स ने स्थिर दृष्टिकोण के साथ भारत की ऋण रेटिंग ट्रिपल-बी पर बनाये रखा है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने आज जारी रिपोर्ट में कहा कि देश की मजबूत मध्यम अवधि की विकास संभावनाओं और ठोस बाहरी वित्त स्थिति के कारण यह संभव हुआ है।
फिच ने वित्तीय वर्ष 2025 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में सात दशमलव दो प्रतिशत की वृद्धि की संभावना व्यक्त की है। एजेंसी ने वित्तीय वर्ष 2026 में इसके छह दशमलव पांच प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। यह सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में निवेश, रियल एस्टेट में मजबूत निजी क्षेत्र के निवेश और विनिर्माण क्षेत्र में पुनरुत्थान के कारण हो सकेगा।
ट्रिपल-बी रेटिंग के अनुसार प्रतिकूल व्यावसायिक या आर्थिक परिस्थितियों के कारण संभावित कमजोरियों के बावजूद वित्तीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की पर्याप्त क्षमता रहती है।