सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकतंत्र के संरक्षण में मीडिया की भूमिका का उल्लेख किया है। आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय प्रेस दिवस कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम और आपातकाल के दौरान प्रमुख भूमिका निभाई। श्री वैष्णव ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि पेड न्यूज समाज के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि पाठक तेजी से पारंपरिक मीडिया से डिजिटल मीडिया की ओर जा रहे हैं। उन्होंने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के एल्गोरिथम पूर्वाग्रह और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चुनौतियों का भी उल्लेख किया।
सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में गलत सूचना के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस अवसर पर सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज आज एक बड़ी चिंता का विषय है। श्री मुरुगन ने खबरों और लेखों की प्रमाणिकता की जांच के लिए पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट की सराहना की।
सूचना और प्रसारण सचिव संजय जाजू ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय मीडिया राष्ट्रीय एकता का एक महत्वपूर्ण दूत और भारत की सॉफ्ट पावर का एक बड़ा स्रोत रहा है। उन्होंने मीडिया को समर्थन देने की सरकार की पहल पर भी प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस प्रति वर्ष 16 नवंबर को मनाया जाता है। इसी दिन प्रेस परिषद ने काम करना शुरू किया था।
पूल/1853