प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पालासिओस के बीच आज नई दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि दोनों देशों के पास डिजिटल प्रौद्योगिकी, कृषि, रक्षा, रेलवे और अंतरिक्ष सहित कई क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत और पराग्वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं।
राष्ट्रपति सैंटियागो तीन दिन की भारत यात्रा पर आज सुबह नई दिल्ली पहुंचे। उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मिलने का कार्यक्रम है। इससे पहले, विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने उनसे भेंट की और दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए श्री पालासिओस की सकारात्मक भावनाओं और मार्गदर्शन की सराहना की।
डॉ. जयशंकर ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ राष्ट्रपति सैंटियागो की वार्ता से पैराग्वे और दक्षिण अमरीका के साथ भारत के जुड़ाव के नए मार्ग खुलेंगे। पैराग्वे लैटिन अमरीका में भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार देश है। राष्ट्रपति सैंटियागो पेना बुधवार को स्वदेश लौटने से पहले मुंबई भी जाएंगे और वे वहां पर महाराष्ट्र के राजनीतिज्ञों, व्यापार तथा उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और तकनीकी कर्मियों से भेंट करेंगे।
भारत तथा पैराग्वे के बीच राजनयिक संबंध वर्ष 1961 में स्थापित हुए थे और तब से दोनों देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध बने हुए हैं। भारत और पैराग्वे ने व्यापार, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया है।
ऑटोमोबाइल और फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र की कई भारतीय कंपनियां पैराग्वे में मौजूद हैं। वहीं पैराग्वे की कंपनियां भी भारत में कारोबार करती हैं। भारत और पैराग्वे संयुक्त राष्ट्र सुधार, जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा आतंकवाद से निपटने सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर एक समान विचार रखते हैं।