प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नाइजीरिया, ब्राजील और गयाना की अपनी यात्रा के पहले चरण में आज रात अबुजा पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने वक्तव्य में कहा कि पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र में नाइजीरिया भारत का निकटतम सहयोगी है। श्री मोदी ने कहा कि उनकी यात्रा सामरिक भागीदारी की शुरूआत का अवसर प्रदान करेगी जो लोकतंत्र और बहुलवाद में साझा विश्वास पर आधारित होगी। प्रधानमंत्री ने नाइजीरिया में भारतीय समुदाय और नाइजीरिया के लोगों से मिलने की भी उत्सुकता व्यक्त की। वहां से लोगों ने उन्हें हिन्दी में स्वागत संदेश भेजे हैं।
श्री मोदी 19वीं जी-20 शिखर बैठक में ट्रॉइका सदस्य के रूप में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भारत की सफल अध्यक्षता में जी-20 लोगों का जी-20 समूह बन गया है और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को इसकी कार्यसूची में शामिल कर लिया गया है। इस वर्ष ब्राजील ने जी-20 की अध्यक्षता संभाली है। श्री मोदी ने आशा व्यक्त की कि एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के दृष्टिकोण के अनुरूप अर्थपूर्ण चर्चा होगी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस अवसर पर वे विश्व के कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय सहयोग को और आगे बढाने के लिए चर्चा करेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर उनकी यात्रा 50 वर्ष से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली यात्रा होगी। बैठक के दौरान दोनों नेता साझा विरासत, संस्कृति और मूल्यों पर आधारित अपने अनूठे संबंधों को सामरिक दिशा प्रदान करने के लिए विचारों का आदान प्रदान करेंगे। श्री मोदी 185 वर्ष पहले पलायन कर वहां गये सबसे पुराने भारतीयों के वंशजों से मिलेंगे और वहां की संसद को सम्बोधित करेंगे।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री दूसरी भारत–कैरीकॉम शिखर बैठक के लिए कैरेबियाई भागीदार देशों के नेताओं से भी भेंट करेंगे। श्री मोदी ने कहा कि शिखर बैठक से इन देशों को ऐतिहासिक संबंधों को नया रूप प्रदान करने और नये क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने का अवसर मिलेगा।