प्रदेश सरकार चारधाम यात्रा, मानसखंड और कैलाश मानसरोवर यात्रा सहित पर्यटन सीजन को लेकर पूरी तरह सतर्क है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मिलावटखोरों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई जारी है। प्रदेश में खाद्य एवं औषधि प्रशासन- एफ०डी०ए की टीमें गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के दौरे पर भेजी गई हैं। पर्यटन तथा यात्रा सीजन के दौरान लाखों श्रद्धालु और पर्यटक उत्तराखंड पहुंचते हैं। ऐसे में उनकी सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं भी मिलावटी खाद्य सामग्री, नकली दवाइयां या अस्वच्छ खानपान न मिले।
एफडीए की टीमों द्वारा हरिद्वार-नजीबाबाद मार्ग पर सजनपुर और चिंडियापुर के ढाबों व भोजनालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में गंदगी, सड़ी-गली खाद्य सामग्री, खुले मसाले, और दस्तावेजों की कमी जैसी गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इस पर संबंधित ढाबों के फूड लाइसेंस सात दिन के लिए निलंबित कर उन्हें सात दिन के भीतर सुधार कर अनुपालन रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं, अन्यथा लाइसेंस निरस्त कर कार्रवाई की जाएगी।
इसी तरह हल्द्वानी और उधमसिंहनगर में खाद्य सामग्री विक्रेताओं, मिठाई दुकानों, होटल-ढाबों और मेडिकल स्टोरों पर भी छापेमारी कर अनियमितताएं पाई गईं। कई दुकानों को नोटिस जारी कर आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने और कमियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने सभी जिलों में मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब्स और जनजागरूकता अभियान भी तेज कर दिए हैं ताकि यात्रा मार्गों पर खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता बनी रहे।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों और आम जनता की सेहत से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। लापरवाही पर जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।