प्रतिष्ठित ऑक्सीओम-4 मिशन मंगलवार को सुबह आठ बजकर 22 मिनट पर नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से छोडा जाएगा। यह ऐतिहासिक मिशन अमरीका, भारत, पोलैण्ड और हंगरी के चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र ले जाएगा। ये अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी की निचली कक्षा में 14 दिन तक वैज्ञानिक अभियान पर रहेंगे। अंतरिक्ष यात्रियों में भारत के सुभांषु शुक्ला, पोलैण्ड के स्लावोज उजनानस्की, हंगरी के टीबोर कापू तथा अमरीका के पेगी वाइट्सन हैं। श्री वाइट्सन नासा के अंतरिक्ष यात्री हैं और इस मिशन के कमांडर होंगे।
श्री शुक्ला भारत की ओर से अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे यात्री होंगे। इससे पहले वर्ष 1984 के मिशन में राकेश शर्मा अंतरिक्ष यात्री थे।
ये यात्री स्पेसएक्स ड्रेगन अंतरिक्ष यान में सवार होंगे और इसे फालकॉन-9 रॉकेट से छोडा जाएगा। इस मिशन में 31 देशों के लगभग साठ वैज्ञानिक अध्ययन अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। इनमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पहली बार किये गये कई अध्ययन भी शामिल हैं।
ऑक्सीओम 4 मिशन नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन तथा अन्य देशों की अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच भागीदारी को और मजबूत करेगा। इससे अंतरिक्ष में नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे।