राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने न्याय पालिका का आह्वान किया है कि वह सजा की बजाय न्याय पर अधिक ध्यान दे। आज भुबनेश्वर में नवनिर्मित न्यायालय परिसर का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति ने विधि समुदाय का आह्वान किया कि वे मुकदमों को बार-बार स्थगित करने से बचें क्योंकि इससे गरीबों को अकारण परेशानी होती है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता ने देश में उपनिवेशी न्यायिक प्रणाली को खत्म कर दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पुलिस और न्यायालयों के समक्ष निडर होकर जाने के लिए प्रेरित करना है।
राष्ट्रपति मंगलवार से अपने गृह राज्य ओडिशा की पांच दिन की यात्रा पर हैं। वे कल मयूरभंज जिले में स्थित अपने पैतृक गांव ऊपरबेडा जाएंगी। राष्ट्रपति मयूरभंज में अनेक कार्यक्रमों में भी भाग लेंगी।