भारतीय जनता पार्टी ने आज दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में फर्जी किरायानामा, अग्रिम किराया भुगतान तथा नकली विज्ञापन का प्रयोग धन-शोधन के लिए किया गया।
भाजपा के प्रवक्ता प्रत्युष कंठ ने आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्ष 1938 में शुरू किया गया नेशनल हेराल्ड लोगों की भावनाओं की आवाज था लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इसे इसकी भू-संपदाओं के कारण निजी संपत्ति में परिवर्तित करना चाहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सौ 42 करोड रूपये के किराए का बडा हिस्सा एसोसिएटिड जरनल लिमिटेड को मिला है जो हेराल्ड समाचार पत्र की मालिक कम्पनी है। श्री कंठ ने आरोप लगाया कि 15 करोड रूपये के विज्ञापन कांग्रेस से संबंधित संस्थानों से समाचार पत्र को मिले हैं। एजेएल को वर्ष 2017 से 2021 के बीच अपने समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापनों से 29 करोड रूपये से अधिक का राजस्व मिला है। हालांकि इनका प्रकाशन वर्ष 2008 में ही बंद हो चुका है। श्री कंठ ने दावा किया कि एजेएल को विभिन्न पक्षों से 38 करोड रूपये से अधिक का नकली अग्रिम किराया भुगतान मिला है। इनमें से कुछ ने कहा है कि उन्होंने कांग्रेस नेताओं के कहने पर यह धन दिया। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का स्कूल चला रही है और इसमें शामिल सभी लोग पकडे जा रहे हैं।