पंचायती राज मंत्रालय 26 मई से नई दिल्ली में पंचायत उन्नति सूचकांक संस्करण-पीएआई 2.0 पर दो दिवसीय राष्ट्रीय लेखन कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। इस कार्यशाला का उद्देश्य डेटा-संचालित शासन के माध्यम से पंचायतों को सशक्त बनाना है। इसका उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र, समावेशी और सतत विकास के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर डेटा-आधारित निगरानी और योजना के लिए क्षमता निर्माण करना है।
इस दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए स्थानीय संकेतक रूपरेखा पुस्तिका का विमोचन और उन्नत पीएआई 2.0 पोर्टल तथा एसओपी का शुभारंभ किया जाएगा। पीएआई को स्थानीयकृत सतत विकास लक्ष्यों से जुड़े नौ विषयों के आधार पर ग्राम पंचायतों की प्रगति का आकलन और निगरानी करने के लिए लिए विकसित किया गया है। इन विषयों में गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल पर्याप्तता, स्वच्छ पर्यावरण, बुनियादी ढांचा, शासन, सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्र शामिल हैं।