लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि तीन नये आपराधिक कानून समकालीन समाज की चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि तीनों नये आपराधिक कानूनों को सदन और स्थायी समिति के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद स्वीकृत किया गया। लोकसभा अध्यक्ष नई दिल्ली में संवैधानिक और संसदीय अध्ययन संस्थान के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जिसमें 83 देशों के अधिकारी शामिल थे।
श्री बिरला ने कहा कि जनता की न्याय में अटूट आस्था है और 75 वर्षों की यात्रा में न्याय व्यवस्था और मजबूत हुई है। उन्होंने सुझाव दिया कि कार्यक्रम में भाग ले रहे राजनयिकों को देश की कानूनी व्यवस्था, संसदीय कार्यवाही और लोकतांत्रिक प्रणाली की समझ होनी चाहिए। श्री बिरला ने कहा कि भारत ने हमेशा अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का सम्मान किया है और वह मावनाधिकारों का सशक्त समर्थक रहा है। उन्होंने कहा कि इसी प्रतिबद्धता से प्रत्येक नागरिक के सम्मान, स्वतंत्रता और समानता को सुनिश्चित किया गया है।