भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान सहित जी4 के अन्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में धर्म के आधार पर सीटें आवंटित करने के प्रस्तावों का विरोध किया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, पार्वथानेनी हरीश ने कहा कि परिषद में सुधार के लिए धार्मिक संबद्धता जैसे नए मापदंडों को पेश करने के प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र की स्थापित प्रथा के विपरीत हैं। वे कल न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में जी4 की ओर से परिषद सुधारों पर अंतर-सरकारी वार्ता की बैठक में बोल रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि ने जोर देकर कहा कि परिषद की सदस्यता के लिए धर्म नहीं बल्कि क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व स्थापित आधार है।
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसप तय्यप एर्दोआन ने हाल ही में कहा था कि एक इस्लामी देश को परिषद का स्थायी सदस्य होना चाहिए, जबकि इस्लामिक सहयोग संगठन ने इस्लामिक उम्माह के प्रतिनिधित्व का समर्थन किया था।
वर्तमान में परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस शामिल हैं।