संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि भारत-जापान की साझीदारी पूर्वोत्तर के लोगों के लिए विभिन्न वैश्विक अवसर उपलब्ध कराती है। गुवाहाटी के कॉटन यूनिवर्सिटी के, भारत-जापान के तीसरे शिक्षा सम्मेलन में श्री रिजिजू ने कहा कि जापानी भाषा सीखना और उसकी संस्कृति की समझ क्षेत्र के युवाओं के जीवन को बदलने में सहायक हो सकती है। श्री रिजिजू ने कहा कि दोनों देशों के बीच के संबंध विशेष रूप से शिक्षा, व्यापार और संस्कृति के जरिये जीवन में बदलाव लाते हैं। उन्होंने कहा कि जापान-भारत विजन 2025 शिक्षा की शक्ति और एक साझा भविष्य के लिए दोनों देशों के लोगों के प्रति सहयोग पर बल देता है।