जर्मनी की पूर्व विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक संयुक्त राष्ट्र महासभा की अगली अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। रूस की मांग पर हुए गुप्त मतदान में 193 में से 167 सदस्यों ने उनके पक्ष में मतदान किया।
सुश्री बेयरबॉक कैमेरून के फिलेमॉन यांग का स्थान लेंगी। जो सितम्बर महीने में अपने एक वर्ष के कार्यकाल की शुरूआत करेंगी।
वे इस पद पर आसीन होने वाली पश्चिमी यूरोपीय समूह की पहली और महासभा का नेतृत्व करने वाली पांचवी महिला होंगी। महासभा में अध्यक्ष के पद पर विश्व निकाय के पांच क्षेत्रीय समूहों के नेता ही निर्वाचित होते हैं।
इस बीच, रूस ने बेयरबॉक की उम्मीदवारी को लेकर कडा विरोध किया है। रूस ने उन्हें पक्षपाती पूर्ण और मॉस्को के विरुद्ध कडे रवैये के कारण उन्हें अयोग्य करार दिया है। इसके बावजूद बेयरबॉक ने कहा कि उन्हें सशक्त समर्थन मिला है। वे सभी देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।
इस अनिश्चित समय में वैश्विक सहयोग के महत्व का उल्लेख करते हुए बेयरबॉक ने अपने स्वीकृति भाषण में कहा कि उनकी थीम होगी बेटर टूगेदर। उन्होंने चल रहे वैश्विक संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र को युद्ध रोकने के अपने मिशन को पूरा करने की आवश्यकता होगी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतरश ने बेयरबॉक की जीत का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि विश्व इस समय युद्ध, जलवायु परिवर्तन, गरीबी और वैश्विक विभाजन सहित कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।