हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर से वार्षिक हज यात्रा पर जाने वाले ज़ायरीन की संख्या में तेजी से कमी आई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 की तुलना में पिछले दो वर्षों में हज यात्रियों की सुख्या में 70 प्रतिशत की कमी आई है। इस वर्ष जम्मू कश्मीर से केवल 3624 लोग हज के लिए जा रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में यह संख्या 7000 कम है। वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर से 12 हजार 79 लोग हज यात्रा पर गए थे। 2024 में केंद्रशासित प्रदेश से हज यात्रियों का सरकारी कोटा 8200 था। इसके लिए केवल 1147 आवेदन प्राप्त हुए और अंत में केवल 7008 लोग ही हज यात्रा पर गए। सरकार द्वारा आयोजित व्यवस्था के अतिरिक्त जम्मू कश्मीर से लगभग 3000 ज़ायरीन हर वर्ष प्राइवेट टूर ऑपरेटरों के माध्यम से हज यात्रा पर जाते हैं।
श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से चार मई को हज यात्रियों के लिए उड़ानें शुरू होने की संभावना है। ये उड़ानें 15 मई तक जारी रहेंगी। हज यात्रियों के लिए श्रीनगर से कुल 13 उड़ानें चलाई जाएंगी जबकि नई दिल्ली से एक अतिरिक्त उड़ान की व्यवस्था की गई है जिसमें 440 हज यात्री सवार होंगे।