जम्मू-कश्मीर में पिछले वर्ष सरसों के उत्पादन की तुलना में इस वर्ष 36 हजार मीट्रिक टन की अनुमानित वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है। उत्पादन में यह उल्लेखनीय वृद्धि आयातित सरसों तेल पर क्षेत्र की निर्भरता को कम करने में मदद कर रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कुल सरसों की उपज का लगभग 40 प्रतिशत तेल में परिवर्तित हो जाता है।