चंपावत जिले में पर्यटन के साथ स्थानीय उत्पादन के माध्यम से आजीविका संवर्धन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती ने ग्रोथ सेंटरों का स्थलीय निरीक्षण किया और स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता व पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
उन्होंने बताया कि सुखीढांग क्षेत्र में अदरक, केला, बांस, तेजपत्ता और मौन पालन प्रमुख रूप से किया जाता है। इन उत्पादों से जुड़कर स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार देने और उनके उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के माध्यम से उन्हें बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।
महिला समूह से जुड़ी आशा जोशी ने बताया कि ग्रोथ सेंटर से महिलाओं को काफी लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे स्थानीय फल और सब्जियों से विभिन्न उत्पाद तैयार कर रही हैं, जिन्हें पर्यटक खरीदकर ले जाते हैं।