गैर भाजपा शासित राज्यों के वित्तमंत्रियों का एकदिवसीय सम्मेलन आज केरल के तिरुवनंतपुरम में आयोजित किया गया। तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु के मंत्री इसमें शामिल हुए। सम्मेलन में 16वें वित्त आयोग और केन्द्र तथा राज्य सरकारों के बीच वित्तीय संबंधों से जुडे अन्य मुद्दों पर विचार किया गया।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि राज्यों ने 15वें वित्त आयोग को एक ज्ञापन सौंपा था। इसमें राज्यों को मिलने वाले करों के हिस्से को बढाकर शुद्ध आय का पचास प्रतिशत करने की मांग की गई थी। श्री विजयन ने देशभर में विकास के अलग-अलग स्तर और प्रति व्यक्ति आय में अंतर को देखते हुए राज्यों के बीच करों के संतुलित वितरण की बात कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा लगाए जाने वाले उपकर और अधिभार में हो रही वृद्धि से राज्यों को मिलने वाले करों के हिस्से में कमी आई है।