वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान देश में कोयले का आयात सात दशमलव नौ प्रतिशत कम होकर 243 मिलियन टन रह गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 264 मिलियन टन से अधिक था। आयात में कमी आने से लगभग आठ बिलियन डॉलर की विदेशी मुद्रा की बचत हुई।
कोयला मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 में कोयला आधारित बिजली उत्पादन में तीन दशमलव शून्य चार प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन ताप विद्युत संयंत्रों के लिए आयातित किए जाने वाले मिश्रित कोयले के आयात में 41 दशमलव चार प्रतिशत की कमी आई।
सरकार द्वारा घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने और आयात कम करने के प्रयासों से वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान कोयला उत्पादन में 5 प्रतिशत की उत्साहजनक वृद्धि हुई।